भागना खुद के लिए....
कितनी चीजें आपको मजबूर करती है सोचने के लिए...फिर इस भागती दौड़ती ज़िन्दगी मे वक़्त भी कहाँ है थोड़ी देर बैठकर कुछ सोचने की...फिर भी जब भी HIGHWAY मूवी देखता हूँ...हर बार अलग अनुभव होता है...हर बार ना जाने कुछ अलग छूता है अंदर ... मूवी मे "वीरा" (आलिया भट्ट) हमेशा से भागना चाहती है...रिश्तो से जो उसे समझ मे नहीं आते...घुटन होती है, उस दुनिया से जहाँ आज़ादी नहीं है बोलने की, मह्सुश करने की अपने सच को...पर सब कुछ पीछे छोड़ने को हिम्मत भी तो चायेह...फिर हिम्मत कर भी ली थोड़ी...तो अपने लिए भागना अपनों को छोड़कर कितना स्वार्थी लगता है...वीरा के पास वजह थी भागने की... सब छोड़कर...फिर भी वो नहीं भागती...उसे भी महावीर (रणदीप हूडा) का साथ लगता है एक बार खुद के लिए भागने मे...सोचना सिर्फ अपने लिए...बिना किसी गिल्ट के... मुझे नहीं पता पहली बार कब महसूस किया था...की सब छोड़कर दूर भाग जाना है...मुझे अक्सर ऐसे सपने आते है की मे ऐसे सहर हूँ...जहाँ कोई नहीं जनता मुझे...मेरे पास सच मे कोई वजह नहीं है भागने की...बस अंदर एक एहसास है...रिश्ते मुझे कभी पसंद नहीं आये...पर भागने को कितनी हिम्मत लगती है.